Tuesday 26 May 2015

Glimpse of play “अनहद नाद – Unheard Sounds of Universe”.
























दि एक्सपेरिमेंटल थिएटर फाउंडेशन 29 मई,2015 को शाम 4.30 बजे प्रसिद्ध रंग चिन्तक मंजुल भारद्वाज द्वारा लिखित और निर्देशित बहुभाषिक नाटक “ अनहद नाद - अन हर्ड साउंड्स ऑफ़ युनिवर्स ” का मिनी थिएटर,रवीन्द्र नाट्यमंदीर, प्रभादेवी( दादर) मुंबई में प्रथम मंचन कर रही है .
नाटक “अनहद नाद - अन हर्ड साउंड्स ऑफ़ युनिवर्स ” कलात्मक चिंतन है, जो कला और कलाकारों की कलात्मक आवश्यकताओं,कलात्मक मौलिक प्रक्रियाओं को समझने और खंगोलने की प्रक्रिया है। क्योंकि कला उत्पाद और कलाकार उत्पादक नहीं है और जीवन नफा और नुकसान की बैलेंस शीट नहीं है इसलिए यह नाटक कला और कलाकार को उत्पाद और उत्पादिकरण से उन्मुक्त करते हुए, उनकी सकारात्मक,सृजनात्मक और कलात्मक उर्जा से बेहतर और सुंदर विश्व बनाने के लिए प्रेरित और प्रतिबद्ध करता है ।
अश्विनी नांदेडकर ,योगिनी चौक, संदेश,सायली पावसकर,तुषार म्हस्के, वैशाली भोसले, कोमल खामकर और अमित डियोंडी अपने अभिनय से नाट्य पाठ को मंच पर आकार देकर साकार करेंगें !
एक्सपेरिमेंटल थिएटर फाउंडेशन विगत २३ वर्षों से देश विदेश में अपनी प्रोयोगात्मक , सार्थक और प्रतिबद्ध प्रस्तुतियों के लिए विख्यात है .
The Experimental Theatre Foundation is premiering renowned playwright & director Manjul Bhardwaj `s multilingual play “अनहद नाद –Unheard Sounds of Universe” on 29 May, 2015, 4.30 PM at Mini Theatre, Ravindra Natya Mandir (Dadar-west), Mumbai. The play “unheard sounds of Universe” is an exploration of artistic needs to emanicapte art and artists from productization to comiit their artistic creativity to make the world better and humane and not a profit and loss balance sheet of life . Ashwini Nandedkar,Yogini Chouk, Sandesh,Sayali Pawaskar,Tushar Mhaske,Vaishali Bhosale, Komal Khamkar and Amit Diondyi are performing in the play.
Experimental Theatre Foundation is known nationally & internationally for it`s experimental, relevant and committed performance since 1992.




Tuesday 12 May 2015

इप्टानामा: अनहद नाद - अन हर्ड साउंड्स ऑफ़ यूनिवर्स

इप्टानामा: अनहद नाद - अन हर्ड साउंड्स ऑफ़ यूनिवर्स: मुंबई। दि एक्सपेरिमेंटल थिएटर फाउंडेशन 29 मई,2015 को शाम 4.30 बजे प्रसिद्ध रंग चिन्तक मंजुल भारद्वाज द्वारा लिखित और निर्देशित बहुभाषिक न...